दादा तेरे चरणों में, शीशा हम झूकायेंगे - २
भाव भरे - ३ श्रद्धा के. सुमन चढ़ायेंगे ॥ टेर ॥
तुम बिन दुनिया में, कौन हमारा है ।
छोड़ तेरे ३ इस दर को, किस दर जायेगे ॥ १ ।।
अरज सुनी उसकी, जिसने पुकारा है ।
नाम तेरा ३ लेकर के., तेरे गुण गायेंगे ॥ २ ॥
दादा तेरी महिमा भी अजब निराली है ।
तेरी प्यारी ३ मूरत को, दिल में बसायेंगे ॥ ३ ॥
हम सब के ये नैना, दर्शा के प्यासे हैं ।
रोज तेरे ३ चरणों में, ध्यान लगायेगे ॥ ४ ॥
भाव भरे - ३ श्रद्धा के. सुमन चढ़ायेंगे ॥ टेर ॥
तुम बिन दुनिया में, कौन हमारा है ।
छोड़ तेरे ३ इस दर को, किस दर जायेगे ॥ १ ।।
अरज सुनी उसकी, जिसने पुकारा है ।
नाम तेरा ३ लेकर के., तेरे गुण गायेंगे ॥ २ ॥
दादा तेरी महिमा भी अजब निराली है ।
तेरी प्यारी ३ मूरत को, दिल में बसायेंगे ॥ ३ ॥
हम सब के ये नैना, दर्शा के प्यासे हैं ।
रोज तेरे ३ चरणों में, ध्यान लगायेगे ॥ ४ ॥
No comments:
Post a Comment