वीर प्रभु भगवान हम को प्राणों से भी प्यारा रैं।
तू है तो हर सहारा हैं।
नैनों में जिनके करूणा रस झलके, मुर्त है ये निराल्ली
निश दिन तेरे मैं गीत गाता हूं, पधारो मेरे हृदय में
एक तेरा नाम हमको सारे जग से प्यारा हैं...
तुम मेरे स्वामी, सेवक हूँ मैं तेरा, स्वीकारो वंदना
विषय वासना में मेरा मन डोले, सभालो आप प्रभु
एक तेरा साथ हमको सारे जग से प्यारा है...
तारीफ करू या मैं, उस दिन दादा कि, दयालु नम हं।
दिन दुखेीयो के, दामन को भर देना, प्रभु का काम है.
लाखों कि तकदिर को उस मालिक ने सवारा है...-
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