Wednesday, 28 February 2018

गुरु - तूंने खूब दिया, सब भक्तों को अब आज हमारी बारी है

तूंने खूब दिया, सब भक्तों को
अब आज हमारी बारी है ॥ टेर ॥

थोडा - २ देने से काम ना चल
मुझको तो आज जी भर के मिले
बहत दिनों इन्तजार किया
दादा ने मांगने का मौका दिया
यह सोच लेतूं, यह मान लेतूं॥। १ ॥ ·

मांगते है दादा तुमसे इतना
मेरा गुजारा चलता रहे
तेरा दिया हुआ खाता रहं
बस तेरा दश्शन मुझे मिलता रहे
चाहे कुछ भी करो, इन्कार ना करो ॥२॥

मांगने में मेरा जाता है क्या
दादा से जी भर मांगूगा।
आज तो मैं इतना ले जाऊंगा,
मांगने दुबारा न आऊंगा

थोड़ा ध्यान रखना, मेरी लाज रखना, अब आज ॥ ३।।

गुरु - मालपूरा तेरा सच्चा है धाम,

मालपूरा तेरा सच्चा है धाम,
सुनके कुजाल गुरु तेरा मैं नाम,
दर्शन पाने को आया दर पेतेरे - २ | टेर । ।

जैतसिरी के प्यारे, अपने भक्तो को परचा दिखाए
दिए वो इझोली, कभी दर पे तुम्हारे फैलाए
खाली है ये दामन, आज भराने को ॥ १ ॥

सोमवार पुनम, तेरे दर्शन की महिमा है भारी,
दर पे सर झुकाने, आते लाखो ही नर और नारी
मैं भी तेरे चरणों में, पुष्प चढाने को I २ ॥

क्या बताऊँ दादा, तेरे दर्शन का मैं हँ दिवाना
आश कर दो पूरी, दर से यूं ही न मुझको लौटाना,
रटे है दादा गुरु, आज मनाने को आया दर ॥ ३ ।।

गुरू - पलके ही पलके बिछायेंगे

पलके ही पलके बिछायेंगे।
जिस दिन प्यारे दादा घर आयेगे
हम तो है, दादा के जन्मों के दीवाने - २
मीठे-मीटे भजन सुनायेंगे जिस दिन || टेर ॥

घर का कौना-कौना मैने फूलों से सजाया है
बंधन वार बधाई घी का. दीपक जलाया है
प्रेमी जनों को बलायेंगे - २ ॥ १ ॥

गंगाजल की झारी गुरु के चरणों में वारुं रे
भोग लगाऊं लाड लडाऊं आरती उतारुं
खुशबू ही खुराबू उडायेंगे - २ ॥२ ॥

अब तो लगन एक ही दादा, प्रेम सुधा बरसा दो
जनम जनम की मेली चादर, अपने रंग रंगादे
जीवन को जीवन बनाएंगे - २ ॥३ ।।

गुरु - दादा तेरे चरणों में, शीशा हम झूकायेंगे

दादा तेरे चरणों में, शीशा हम झूकायेंगे - २
भाव भरे - ३ श्रद्धा के. सुमन चढ़ायेंगे ॥ टेर ॥

तुम बिन दुनिया में, कौन हमारा है ।
छोड़ तेरे ३ इस दर को, किस दर जायेगे ॥ १ ।।

अरज सुनी उसकी, जिसने पुकारा है ।
नाम तेरा ३ लेकर के., तेरे गुण गायेंगे ॥ २ ॥

दादा तेरी महिमा भी अजब निराली है ।
तेरी प्यारी ३ मूरत को, दिल में बसायेंगे ॥ ३ ॥

हम सब के ये नैना, दर्शा के प्यासे हैं ।
रोज तेरे ३ चरणों में, ध्यान लगायेगे ॥ ४ ॥

गुरु - लाखों भक्त है दादा

लाखों भक्त हैं तेरे दादा-२
इक और बढ़ाले, मुझे अपना बना ले...।।टेर।

श्रंगार करूंगा, तेरा में हरदम, (सुन्दर)
तेरी भक्ति करूगा, दादा `मैं हरदम,
चाकर तेरे हैं, कितने दादा-२
इक और बढ़ाले, मुझे अपना बना ले ।॥ लाखों ।१॥

मालपुरा में गुरु ने, था ध्यान लगाया,
अर्हम् अर्हम् का जाप बताया,
परचे तेरे हैं, कितने दादा-२
इक और दिखा दें, मुझे अपना बना ले ॥ लाखों ॥२॥

दरबार सजा है, गुरुदेव का प्यारा,
भक्तों की भक्ति का है, ये नजारा,
कब से खड़े हैं, तेरे द्वारे दादा-२
आदर्श दिखा दे, मुझे अपना बना ले ॥ लाखों ॥३॥

गुरुदेव - बड़ी दुर से चलकर आया हूं मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए

बड़ी दुर से चलकर आया हूं, मेरे दादा तेरे दर्शन के लिए ।
एक फुल गुलाब का लाया हूं, चरणों में तेरे रखने के लिए ॥

ना रौली मोली चावल हैं, ना धन दौलत की थैली हैं ।
दो आंसू बचाकर लाया हूं, बस पूजा तेरी करने के लिए ॥

ना रंगमहल की अभिलाषा, ना इच्छा सोने चांदी की ।
तेरी दया की दौलत काफी है, बस झोली मेरी भरने के लिए ॥

मेरे दादा इच्छा नहीं मेरी, अब यहां से वापस जाने की ।
चरणों में जगह दे दो थोड़ी, मुझे जीवनभर रहने के लिए ॥

गुरु - जब कोई नहीं आता, मेरे दादा आते हैं।

जब कोई नहीं आता, मेरे दादा आते हैं।
मेरे द:ख के दिनों में वो, बड़े काम आते हैं || टेर ॥

मेरी नैया चलती है, पतवार नहीं चलती
किसी और की अब मझको, दरकार नहीं होती
मैं डरता नहीं जगसे, गुरु साथ आते हैं। १ ॥

कोई याद करें इनको, द:ख हल्का हो जाये
कोई भक्ति करे इनकी, ये उनके हो जाये
ये बिन बोले कछ भी, पहचान जाते हैं ॥ २ ॥ |

ये कितने बड़े होकर, दीनों से प्यार करें ।
अपने भक्तों के दु:ख, पल में स्वीकार करें
हर भक्तों का कहना, ये मान जाते हैं ॥ ३ ॥

गुरु - मेरे सर पर रख दो गुरुवर, अपने ये दोनो हाथ ।

मेरे सर पर रख दो गुरुवर, अपने ये दोनो हाथ ।
गुरुवर हम को दीजिये, जन्म-जन्म साथ, ।॥ टेर ।

सुना है हमने शारणागत को, अपने गले लगाते हो ।
ऐसा हमने क्या मांगा जो, देने से घबराते हो ।
चाहे सुख में रखो या द:ख में, बस थामे रहना हाथ || १ ॥

गम की आग में झूलस रहे हैं, प्यार की छाया कर दे तूं ।.
बिन मांझी के नाव चले ना, अब पतवार पकड़ ले तूं । -
मेरा रस्ता रोशान कर दो-२, छायी अंधियारी रात ॥ २ ॥। -

बिन गुरु ज्ञान कहां से पाये, जीवन में अंधियारा है ।
संत समागम हो जाये तो, जीवन में उजियारा है ।
कशल गुरु से मांगते, बस इतना आशीव्वाद ॥ ३ ॥

Tuesday, 27 February 2018

सीमंधर स्वामी के पास हमें जाना है।

सीमंधर स्वामी के पास हमें जाना है।
संयम लेकर., केवल पाकर ... मोक्ष हमें जाना है।।

चौरासी लाख जीव योनि में,
अनं त क Tल से भट कू ।
चारों गति में मेरे प्रभु,
दु : ख अपार मैं पाऊँ ।
अब तो स्वामी दया करके,
मुक्ति पुरी ले चलो

। सीमंधर ... I।१॥

चारों गति में भटका फिरा,
प्रभु तेरा शासन न पाया ।
प णया द य से जै न धर्म .
इस भव में मैंने है पाया 1
सम्यक् दर्शन, सम्यक् ज्ञान
समयक च रि त्र दो

सीमंधर ... ।।२॥

वीश प्रभ्र भगवान हमको


वीर प्रभु भगवान हम को प्राणों से भी प्यारा रैं।
तू है तो हर सहारा हैं।

नैनों में जिनके करूणा रस झलके, मुर्त है ये निराल्ली
निश दिन तेरे मैं गीत गाता हूं, पधारो मेरे हृदय में
एक तेरा नाम हमको सारे जग से प्यारा हैं...

तुम मेरे स्वामी, सेवक हूँ मैं तेरा, स्वीकारो वंदना
विषय वासना में मेरा मन डोले, सभालो आप प्रभु
एक तेरा साथ हमको सारे जग से प्यारा है...

तारीफ करू या मैं, उस दिन दादा कि, दयालु नम हं।
दिन दुखेीयो के, दामन को भर देना, प्रभु का काम है.
लाखों कि तकदिर को उस मालिक ने सवारा है...-

प्रार्थना


अरिहन्तों को नमस्कार । श्री सिद्धों को नमस्कार।
आचार्ों को नमस्कार। उपाध्यायों को नमस्कार।
जग में जितने साधुगण हैं। में सबको वंद बार-बार।

कषभ अजित सम्भव अभिनंदन, सुमति पद्म सुपाश्श्वजिनराय।
चत्द्र पष्प शीतल श्रेयांस जिन, वासपूज्य पजित सुरिराय।
विमल अनन्त धर्म जस उज्जवल, शान्ति कुथु अर मल्लि मनाय।
मुनिसक्रत नमि नेमि पाश्श्व प्रभु, वद्द्धमान पद पुष्प चढाय।
चौबिसों के चरण कमल में, मेरा वन्दत बार-बार।

अरिहन्तों को तमस्कार।

जिसने राग-द्वेष कामादिक, जीते सब जग जान लिया।
सब जीवों को मोक्ष मार्ग का, निस्पृह हो उपदेश दिया।
बुद्ध वीर जिन हरिहर ब्रह्मा, या जिनेन्द्र या हो अवतार।
सब्रके चरण कमल में मेरा, वन्दन होके बार-बार।

अरिहन्तों को नमस्कार।

दादा आ जाओ एक बार:


मेरा छेटा सा संसार, दादा आ जाओ एक वार ।
मेरा नन्हा सा रसंसार, दादा आ जाओ एक वार /

अब द्वार तुम्हारे मैं आया, और दर्श तुम्हारा पाया
दादा दो मुझे अपना प्यार...

दादा आ जाओ ।

तुम्हें दीन दयालु कहते, दुखियों को पार लगाते
अब मेरी भी सुनलो पुकार

दादा आ जाओ ।

मेरी आँखो के आँसू देखो, चौराशी के चक्कर मिटा दो
तेरी जीत हुई है मेरी हार

दादा अ जाओ ।

लाज मेरी बचानी पडेगी, नैया पार लगानी पड़ेगी
मेरी नैया के खेवनहार

दादा आ जाओ ।

Monday, 26 February 2018

बड़ी दुर से चतलकर आाया हूँ,

बड़ी दुर से चतलकर आाया हूँ, मेरे दादा तेरे दर्शन के लिये ।
एक फूतल गुलाब का लाया हूँ, चरणों में तेरे रखने के लिये 1

ना रोली मोली चावल हैं ....ओ (2)
ना धन - दौलत की थैली हैं(3)
दो आँसु बचाकर लाया हुँ (2)
पूजा तेरी करने के लिए

बडी दूर से ..

ना रंग महल की अभिलाषा ....ओ (2)
इच्छा सोने चाँदी की (3)
तरी दया की दौलत काफी हैं (2)
झोली मेरी भरने के लिए

बडी दूर से ...

मेरे दादा इच्छा नहीं मेरी ....ओ (2)
अब यहाँ से वापस जाने की (3)
चरणों में जगह दे दो थोड़ी (2)
मुझे जीवन भर रहने के लिए :

बड़ी दूर से ..

Sunday, 25 February 2018

दादा से मिलन होगा, ऐसी तकदीर है ।


मेरे दोनां हाथों गें, ऐसी लकीर है।
दादा से मिलन होगा, ऐसी तकदीर है।

लिखा है ऐसा लेख दादा - 2


लिखता है लिखनेवाला, सोच समझकर
मिलना बिछुडना दादा, होता समय पर
इसमें मीन ना मेख .... दादा - 2

लिखा है (2)


किस्मत का लेख कोई, मिटा नहीं पायेगा
कैसे मिलन होगा, समय ही बतायेगा,
मिटती नहीं है रेख .... दादा - 2

लिखा है (2)

ना वो दिन रहे है, ना ये दिन रहेंगे
दादा तुम देख लेना, जल्दी मिलेंगे
इन हाथों को देख ..... दादा - 2

लिखा है (2)

है ये पावन

है ये पावन भ्रमि, यहाँ बार बार आना
मुनिसृत्रत के चरणों में, आकर के झुक जाना ....

तेरे मस्तक मुकुट है, तेरे कानों में कुण्डल है .... 2
तूँ करुणा सागर है, मुझ पर करुणा
है ये पावन
तेरा तीर्थ सुन्दर है, तूँ प्राणों से प्यारा है
मेरी विनती सुन लेना, बेड़ा पार लगा देना
है ये पावन
तूँ जीवन स्वामी है, तूँ अंतर्यामी है.... 2
तेरी सांवली सूरत ये, मेरे मन को लुभाती है
है ये पावन
तेरा शास्न सुन्दर है, सभी जीवों का तारक है.... 2
*वीर महिला मंडल" को, प्रभु पार लगा देना
है ये पावन

Badai

मारा नाथ नी बधाई, मारा प्रभु नी वधाई
मारा वीर नी बधाई वागे छे, वाजे छे घण गाजे छे

शहनाई सुर नोबत बाजे, और घनन घन गाजे छे

इन्द्र इन्द्राणी मिल मंगल गावे, मोतीओ ना चौक पूरावे छे

सेवक प्रभुजी से अरज करत है, चरणों नी सेवा प्यारी लागे छे

Cuddalore मंडल' भावना भावे, गीत प्रभुना गावे छे

meri duniya tum hi ho

meri duniya tum hi ho

meri duniya tum hi ho, duniya se kya maangu (2)
jab bin bole milta to bolke kya maangu. meri duniya.

dhan daulat kya mangu, muskaan ye dee tumne
hum jaise bachon ko,.pehchaan hai dee tumne
kismat ko banaate ho , to kismat se kyaa maangu.meri duniya.

koi mujse agar pooche , jannat kaise hogi,
daawe se keh dunga maandoli jaisi hogi,
jeete jee swargh milaa, to marker kyaa maangu meri duniya

bhakti badaulat hee duniya kya pyaar milaa.
muje yeh parivaar milaa, esaa sansaar milaa,
teri bhakti karta rahoon, kar jod yahi maangun

meri duniya tum hi ho, duniya se kya maangu
jab bin bole sab milta to bolke kya maangu.. meri duniya

मैं आया मैं आया, मुझे तारिये

सुझे नहीं किनारा मुझे तारिये
मैं आया मैं आया, मुझे तारिये
हो देवा तारिये, प्रमुजी तारिये, मुडे भी तारिये
सुझे नहीं .........

आया हं शरणे नाथ तुम्हारी,राह दिखा दो रात अंधेरी
डोले जीवन नैया मेरी ...
भवजल तीरने आया, मुझे तारिये
मैं आया........

मुझको भरोसा स्वामी तुम्हारा, करुणा के सागर दे दो सहारा
आशा मेरी पूरी कर दो....२
गुण गाऊं सांवरीया, मुझे तारिये

मैं आया ........

ज्योति में ज्योत अब तो मिलादो, शांतिसुधा का रस बरसा दो
मेरे मन को पावन बना दो...२
विनय मण्डल' गाया, मुझे तारिये

मैं आया..........

दादा आदीश्वरजी, दूर थी आव्यो दादा दरशण दो

दादा आदीश्वरजी, दूर थी आव्यो दादा दरशण दो

कोई आवे हाथी घोड़े, कोई आवे चढे पलाणे।
कोई आवे पगे पाले, दादा ने दरबार ... दादा ॥२॥

सेठ आवे हाथी घोड़े, राजा आवे चढ़े पलाणे।
हूँ आवुं पगे पाले, दादा ने दरबार  ... दादा ॥२॥

कोई मुके सोना रूपा, कोई मुके मोहरा।
कोई मुके चपटी चोखा, दादा ने दरबार ... दादा ॥३॥।

सेठ मुके सोना रूपा, राजा मुके मोहरा।
हूँ मुकुं चपटी चोखा, दादा ने दरबार ... दादा ।४॥।

कोई माँगे कंचन काया, कोई माॉगे ऑख।-
कोई माँगे चरणों नी सेवा, दादा ने दरबार ... दादा ।५।-

पांगलो मांगे कंचन काया, आंधलो मांगे ऑँख।
हूँ माँगू चरणों नी सेवा, दादा ने दरबार  ... दादा ॥२॥

हीर विजय गुरु हीरलो नें, वीर विजय गुण गाय।
शत्रुंजय ना दर्शन करतां, आनंद अपार ... दादा ॥२॥

Parshva Jinanda, Vamaji ko Nanda

Parshva Jinanda, Vamaji ko Nanda
Tum Par Vari Jau Bol Bol Re......
Hare darwaje tere khol khol re – 2 Times || 1 ||

Dur dur Des me, Lambi safar se – 2 Times
Hum darshan aaye tol tol re || 2 ||
Hare darwaje tere khol khol re

Puja karunga, dhup dharunga – 2 Times
Phool chadhaunga Mol mol re || 3 ||
Hare darwaje tere khol khol re

Tu mera Thakar, Mai tera chakar – 2 Times
Ekvar Munjshu bol bol re || 4 ||
Hare darwaje tere khol khol re

Shri Shankeshwar, Sundar Murat – 2 Times
Mukhdu to Jhakam Jhol jhol re || 5 ||
Hare darwaje tere khol khol re

Rup Vibudhno, Mohan Pabhne – 2 Times
Rang Lagyo Chit Chol chol re || 6 ||
Hare darwaje tere khol khol re

Parshva Jinanda, Vamaji ko Nanda
Tum Par Vari Jau Bol Bol Re......
Hare darwaje tere khol khol re – 2 Times || 1 ||

जब कोई नही आता

जब कोई नही आता, मेरे दादा आते हैं
मेरे दु:ख के दिनो में वो, वड़े काम आते हैं

मेरी नैया चलती है, पतवार नहीं चलती
किसी और की अब मुझको, दरकार नहीं होती
मैं डरता नहीं जग से (2) दादा साथ होते हैं

मेरे दु:ख के .

कोई याद करे उनको, दुःख हलका हो जाये
कोई भवक्ति करे उनकी, ये उनके हो जाये ।
ये बिन बोले कुछ भी (2) पहचान जाते हैं

मेरे दु:ख के

ये इतने दड़े होकर, दीनों से प्यार करे
अपने भक्तों के द:ख को, पल में ये दूर करे
सब भक्तों का कहना (2) ये मान जाते हैं

मेरे दु:ख के

मेरे मन के मंदिर में, दादा का वास रहे
कोई पास रहे ना रहे, दादा मेरे पास रहे।
मेरे व्याकुल इस मन को (2) दादा जान जाते हैं।

मेरे दु:ख के

Tumse lagi lagan

Tumse lagi lagan
lelo apni sharan paras pyara
metho-metho ji sankat hamara
nishadin tumko javu
parso neha taju. .. jeevan sara
tere charano mein beetain hamara

Tumse lagi lagan
lelo apni sharan paras pyara
metho-metho ji sankat hamara

Ashwa sen ke raj dulhare
vamadevi ke suth pran pyaare
sab se neha toda, jag se bhukh ko moda
sannyam dhara
metho metho ji sankat hamara

Indra aur dharnendra vihaae
devi padmavati mangal gaae
aasha puro sada dukh nahi pave kada, 
seyak tara
metho-metho haji sankat hamara

Lakho vaar tumhe shish navahahu
jag ke nath tumhe kaise pahu
sevak vyakul thaya
darshan vinaye jiya
lage khara
metho metho ji sankat hamara

Tumse lagi lagan
lelo apni sharan paras pyara
metho-metho ji sankat hamara]...(3)

Din Dukhiyano tu che beli

Din Dukhiyano tu che beli, Tu che taaranhaar,

            Thara Mahimano nahi paar.

Raajpaat ne Vaibhav chodi, Chodi didho Sansaar,

            Thara Mahimano nahi paar. /1/


Chandkoshiyo Dashyo jyare, Doodhni dhara pagthi nikli,

Vishne badle Doodh joyine, Chandkoshiyo aavyo sharane,

Chandkoshiyane te taari, Kidho ghano Upkar.

              Thara Mahimano nahi paar. /2/


Kaanma khila thokya jyare, thai vedna prabhujine bhare,

Toh e prabhuji shaant vichare, Govalno nahi vaank lagare,

Kshama Aapine te Jivone, Taari didho Sansaar.

             Thara Mahimano nahi paar./3/


Mahavir Mahavir Gautam pukare, Aankhethi ashruni dhara bahave,

Kya geya ekla chodi mujne, have nahi thi jagma mhare,

Pachataap karta karta, Upanyu Kevalgyan.

               Thara Mahimano nahi paar./4/


'Gyanvimal' guruvayne aaje, Guno tamhara gaave harkhe,

Thai sukhani tu Prabhu aave, Naiyya bhavjal paar lagaave,

Araj Amaari Urma dharjo, Vandan vaaramvaar.

             Thara Mahimano nahi paar. /5/

नमोकार मन्त्र है न्यारा

नमोकार मन्त्र है न्यारा,
इसने लाखो को तारा
इस महा मात्र का जाप करो,
भव जल से मिले किनारा

णमो अरिहंताणं

णमो सिद्धाणं

णमो आयरियाणं

णमो उवज्झायाणं

णमो लोए सव्व साहूणं

एसोपंचणमोक्कारो, सव्वपावप्पणासणो

मंगला णं च सव्वेसिं, पडमम हवई मंगलं

Chintamani mari chinta

आणि मन शुद्ध आस्था ,देव जुहारु शाश्वता
(Aani man shudh aastha, Dev juharu shashwatha)
चिंतामणि मारी चिंता चूर,शंखेश्वर दादा मारी चिंता चूर....
(Chintamani mari chinta chur
, Sankeshwar dada mari chinta chur.......)


अणियाली थारी आँखड़ी
(Aniyali thari aankhdi)
जाणे कामलतणी पांखडी
(Jane kamaltani pankhadi)
मुख दीठा दुःख जावे दूर, चिंतामणि मारी.........
(Mukh deetha dukh jaave dur, Chintamani maari........)

को केहने को केहने नमे ,
(Ko kehne ko kehne name )
मारा मन मा तुही गमे
(Mara man ma tu hi game)
सदा जुहरु उगते सुर ...., चिंतामणि मारी.......
(Sada juharu ugate sur, Chintamani mari........)

बिछड़िया बालेसर बेल,
(Bichadiya balesar bhel )
वैरी दुश्मन पाछा भेल
(Bairi dushman paacha bhel )
तू छे मारा हाज़रा हुज़ूर, चिंतामणि मारी......
(Tu che mara hazra huzur, Chintamani mari.......)

यह स्तोत्र जो मनमें धरे
(Yeh stotra je manma dhare)
तेहनो काज सदाई सरे
(Tehno kaaj sadai sare)
आधी व्याधि सब जावे दूर, चिंतामणि मारी.......
(Aadhi vyadhi sab jaave dur, Chintamani mari........)

मुझ मन लागि तुमसु प्रीत
(Mujh man laagi tujhsu preet)
दुझो कोई न आवे चित्त
(Dujho koi na aave chith)
कर मुझ तेज प्रताप प्रचुर, चिन्तामणि मारी.......
(Kar mujh tej pratap prachur, Chintamani mari..........)


भव भव  देजो तुम पद सेव
(Bhav bhav dejo tum pad sev)
श्री चिंतामणि अरिहंत देव
(Sri chintamani arihant dev)
समय सुन्दर कहे गुण भरपूर, चिन्तामणि मारी
(Samay sundar kahe gun bharpur, Chintamani maari........)

Bhakti Ki Hai Raat

Bhakti Ki Hai Raat
Dada Aai Thane Aano Hai
Bhakti Ki Hai Raat
Call Nibhano Hai -2 

Darbaar Prabhuvar Kaiso Sajyo Pyaaro, Dayealu Aapro
Seva Me Dada Saghda Khada Main Aaj Hukum-Bas Aapro
Seva Me Thaari , Mahane Aaj Bichh Jaano Hain
Call Nibhano Hai,

Bhakti Ki Hai Raat
Dada Aai Thane Aano Hai
Bhakti Ki Hai Raat
Call Nibhano Hai -2 


Bhakti Ki Hai Pyaari, Bhakti Kara'Jam Kar, Dada Kyun Der Karo?
Vaado Thaaro Dada, Bhakti Maln Aane Ko, Ghani Kyun Der Karo?
Geeto So Thane  ,Mhane Aaj Rijhano Hain
Geeto So Thane, Mhane Aai Rijhamo Hain
Call Niblaano Hain

Bhakti Ki Hai Raat
Dada Aai Thane Aano Hai
Bhakti Ki Hai Raat
Call Nibhano Hai -2 

Jo kuch baniyo marasu arpan prabhu saaro, dada sweekar karo
Nadaan su galati hoti hi aayee hai prabhu mat dhyaan dharo
Gunjan prabhuvarji gunjan prabhuvarji , Thaaro das purano hain
Call Niblaano Hain

Bhakti Ki Hai Raat
Dada Aai Thane Aano Hai
Bhakti Ki Hai Raat
Call Nibhano Hai -2

Uncha Ambar thi,

Uncha Ambar thi, Aavo ne Prabhuji, -2
Darshan karwane tarse Aankhdi, ho ho -2
Rumjhum rumjhum aavo ho Prabhuji,
Raah joyi main raatdi, ho ho
Darshan karwane tarse Aankhdi, ho ho.

Ho sooraj ne chaand lana Diva pragtavya,
Tam tamta taarlane maarag bichawya,
Bhukhokadhi rahu toh joure vaatladi -2
Darshan karwane tarse Aankhdi, ho ho. 2
Uncha Ambar thi..../1/

Ho aavone nainomathi amiras varsavojo,
Kapone karmo mhara bhakti swikarjo,
Mukhladu jova hu to thayo utavlo -2
Darshan karwane tarse Aankhdi, ho ho. 2
Uncha Ambar thi.... /2/

Ho bhaktine bhaavthi naman karta,
Mastak amaaro tara charno ma dharta,
Aatur tum sange karta vaatladi - 2
Darshan karwane tarse Aankhdi, ho ho. 2
Uncha Ambar thi.. /3/